ल्यो भैया कलेजे को ठंडक पड़ गई? कुछ रह गया हो तो बता देओ । क्या हराये हैं । मल्लब अईसा पटक पटक के धोए हैं कि घाट का धोबी फेल हैं । अब ठहरी अपनी क्रिकेट टीम । जो करे सो कम है । देखिये न पूरे दस विकेट से हरा दिए । मजाल है कि एक्को विकेट गिरने दिए हों ।
अच्छा पूरे मैच में सबसे बढ़िया काम रहा अपने पांड्या का । मल्लब गिनती की 8 गेंदे खेला है औ फीस पूरी वसूल ली । इतनै नहीं बैटिंग करके निकल लिए फिर बॉलिंग तो छोड़िए फील्डिंग तक नहीं किये । वइसे तो सरासर चीटिंग है । लेकिन क्या करें । उमर से भले बड़ा हो गया हो लेकिन हरकतें बच्चों वाली ही हैं । ये सब देख के हमको हमारा बचपन याद आ गया ।
जड्डू जी को कुछ न कहियेगा । आईपीएल होता तो जित्ती गेंदे खेल के यहां तेरह रन बनाए उत्ती में तो हाफ सेंचुरी मार दिए होते । आश्विन भइया ठहरे बड़े खिलाड़ी । सो उनको बड़े मैचों में खिलाया जायेगा । पाकिस्तान वगैरह तो हल्की टीमें हैं । हमाये सब बॉलर पूरी तैयारी से मैदान में उतरे थे । मजाल है कि विकेट लेने वाली एक्को गेंद फेंकी हो ।
रोहित बाबू कैप्टन बनने की तैयारियों में जुटे पड़े हैं सो थोड़ा अलसिया गये । वैसे सब खिलाड़ी आईपीएल खेल के अभी अभी लौटे हैं । खुमारी उतरी भी नहीं कि वर्ल्ड कप खिलवा दिए औ वो भी डायरेक्ट पाकिस्तान से । बहुत नाइंसाफ़ी है ।
लेकिन भइया खेल तो खेल है । 12 बार हम जीते 1 बार वो जीत गए तो कउन सा पहाड़ टूट पड़ा । हमारा यानी मिस्टर झक्कीलाल का तो यही कहना है कि भैया अपनी टीम पे भरोसा बनाये रखिये । मैच हारें हैं उम्मीद नहीं ।
तो हमाई आज की झक्क हुई समाप्त । झक्क पसन्द आयी हो तो फौरन वीडियो को like और share कर दें और चैनल सब्सक्राइब कर लें । आप सुन रहे थे मिस्टर झक्कीलाल जो बातों बातों में कर देते हैं लाल । इनकी बातों का अंदाज है निराला सुनते रहिये हाथों में लेके चाय का प्याला । चलते हैं...
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