माँ मंगला काली मंदिर
औरैया जिले
में यमुना तट पर बीहड़ के ऊँचे टीले पर माँ मंगला काली का शक्ति पीठ आसपास के कई
जनपदों में श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है | यहाँ माता रानी का स्वयं प्रकट
विग्रह है | 1857 तक मंदिर के आसपास देवकली गाँव स्थित था |माँ मंगला काली देवकली
की ग्राम देवी के रूप में प्रतिष्ठित थी | 1857 में अंग्रेजी पलटन ने पूरा देवकली
गाँव तोप से ध्वस्त कर दिया लेकिन मठिया की एक ईंट तक नहीं हिली | इससे मंदिर के
प्रति लोगों की आस्था बहुत बढ़ गयी | बाद में इस मंदिर को विशाल स्वरुप प्रदान कर
दिया गया | अब यहाँ पर और भी देवी देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित हो गयी हैं |
ऊंचाई पर होने के चलते यहाँ से यमुना नदी और बीहड़ का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है
|
कैसे पहुंचे
औरैया शहर
की ओर से आने वाले श्रद्धालु जालौन चौराहे से यमुना रोड रोड पर देवकली चौकी के
दायीं तरफ करीब तीन फर्लांग चलकर मंदिर पहुँच सकते हैं | जालौन की ओर से आने वाले
श्रद्धालु यमुना नदी पार कर करीब करीब आधा किमी चलकर बाएं मुड़कर मंदिर पहुँच सकते
हैं |
(स्रोत : समाचार पत्र ‘दैनिक जागरण’ अंक- अप्रैल 12, 2016)
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