नेताजी आते हैं
अजबै हाल है- COD पुल(कानपुर)
कम से कम पन्द्रह साल तो हो ही गये या शायद और ज्यादा ही । मात्र कुछ सौ मीटर के इस पुल को बनने में लगने वाला समय अपने आप में ऐतिहासिक है यदि शासन प्रशासन चाहे तो इसके लिए गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं । बाकी काम होने की फुल गारंटी है ।
एक लेन तो कुछ समय पहले चालू कर
दी गई लेकिन दूसरी का मुहूर्त अभी नहीं निकला । पिछले साल एक नेता जी कुछ ज्यादा ही उत्साहित हो गए तो इस लेन पर खुद ई रिक्शा चला कर उदघाटन कर आये । वो तो जोश जोश में ई रिक्शा चला दिए लेकिन अत्याधुनिक तकनीक से बने पुल की फौलादी सड़क उस भारी भरकम रिक्शे का भार सहन न कर सकी । ई रिक्शे से उदघाटन उस सड़क को अपनी शान में गुस्ताख़ी लगी । बात उसे चुभ गई । वह नाराज हो गई और गुस्से में बजरी इस छोर से उस छोर तक फैल गई ।
आनन फानन ऊँचे वाले अधिकारी पहुंचे । सड़क का तमतमाया रूप देख सब सकपका गये । बहुत मनाए समझाये लेकिन वह तो जैसे धरने पर ही बैठ गई । थक हारकर अधिकारियों को कहना पड़ा कि अभी ये लेन तैयार नहीं हुई है ।
मल्लब रोड तैयार हुए बिना ही नेताजी उदघाटन भी कर आये । जनता की इतनी चिंता देख ऑंखें भर आती हैं । तबसे हर महीने इसके तैयार कर दिए जाने के दावे किए जाते रहे हैं । आखिरकार रोड तैयार भी हो गई अधिकारियों के मुताबिक । लेकिन अभी आम जनता इस पर नहीं चल सकती । अजी जब तक कोई माननीय उदघाटन न कर दे तब तक जनता कैसे इस्तेमाल कर सकती है!!! किसी भी सड़क के बनने का मुख्य उद्देश्य ही होता है माननीय के द्वारा उदघाटन बाकी बाद में तो जनता को ही इस्तेमाल करना है । कुछ बाइक वाले प्रकृति के इस नियम से अंजान थे वो नियम तोड़ सांय से इस लेन से फर्राटे मारने लगे । इस बात को प्रशासन ने बेहद गम्भीरता से लिया और तत्परता दिखाते हुए सड़क पर कंटीली झाड़ डाल दी । नियम तोड़ने वालों को प्रशासन का शुक्रगुजार होना चाहिए कि उसने सड़क पर केवल झाड़ बिछाई गाड़ियों को जब्त नहीं करवाया ।
तो लब्बोलुआब ये है कि जब तक माननीय समय नहीं देते तब तक ये लेन चलने से रही । हाँ तब तक जो विश्व रिकॉर्ड बना है उसमें दिनों या शायद महीनों की संख्या में और इजाफा हो जायेगा और हमारा रिकॉर्ड और मजबूत, अटूट हो जायेगा ।
तब तक इंतजार कीजिये कि नेताजी आते हैं!!!
--- ByNitendra Verma
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