दिशाहीन जन धन योजना
मोदी सरकार द्वारा शुरू की
गई जन धन योजना जबर्दस्त भ्रम एवं दिशाहीनता का शिकार है | इस योजना के बारे में
आज तक सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट दिशानिर्देश जारी नहीं किये गये हैं | जो
विज्ञापन भी जारी हुए हैं वो भ्रम ज्यादा फैलाते हैं | पहले बीमा और ओवरड्राफ्ट की
सुविधा योजना के तहत खुलने वाले खातों तक ही सीमित थी लेकिन अब वर्तमान खाताधारक
को भी ये सुविधा मिलेगी | जीवन बीमा के बारे में अभी तक वित्त मंत्रालय ही कुछ
निर्णय नहीं ले पाया है | ओवरड्राफ्ट के बारे में लोगों में तमाम गलतफहमियां हैं |
ज्यादातर लोगों का सोचना है कि यह पैसा सरकार की तरफ से उनके खातों में आयेगा |
उन्हें नहीं मालूम कि यह पैसा उन्हें लौटाना भी होगा वो भी 12 प्रतिशत ब्याज के साथ
| यदि कोई व्यक्ति दो बैंकों में या फिर एक ही बैंक में भिन्न आई डी से खाता खुलवा
ले तो मिलने वाले लाभ का दोहरीकरण हो सकता है | सरकार की तरफ से रोज इस योजना के
बारे में एक नया निर्देश जारी कर दिया जाता है जो और भ्रम फैलता है | लगता है
सरकार ने बेहद हड़बड़ी में योजना लागू कर दी है | अच्छा होता सरकार पहले योजना को पूरी
तरह से तैयार कर लेती फिर लागू करती | जल्दबाजी में आधी अधूरी तैयारी के साथ लागू
की गई यह बेहतरीन योजना भी कहीं तमाम अन्य
योजनाओं की तरह गड़बड़ियों का शिकार न हो जाये |
नितेंद्र वर्मा
सितम्बर 20 ,2014
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