Shailendra Rathaur |
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तेरी यादों की बारिश
तेरी यादों की बारिश में
आज भी ये दिल भीगता रहता है,
तुझे देखने की चाह में
आज भी ये मन का परिंदा उड़ता रहता है
बहुत लंबा वक्त गुजर गया
तेरी सांसो की खुशबू को महसूस नही किया
पता नही अब तू कहा रहता है
पर तेरी बातो की महक में
मैं अब भी खोया खोया रहता हूं....
मेरे मन के अंधेरे में
आज भी तेरी मुस्कुराहट का उजाला बिखरता रहता है
मेरे खयालो में
आज भी तेरी मुलाक़ातों का सिलसिला चलता रहता है
बहुत लंबा वक्त गुजर गया
तेरी आँखों में खुद की तस्वीर को देखा नही
पता नही क्यों तू हाथ छोड़कर चला गया
पर तेरे वादों के उन इरादों से
में आज भी बंधा बंधा सा रहता हूं।
तेरी यादों की बारिश में
आज भी ये दिल भीगता
रहता है
भीगता रहता है....
------ शैलेन्द्र राठौर
नामली, रतलाम, म प्र
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Very beautifully written.... keep it up
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