लौट आया ट्रांजिस्टर
हंगामा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है | कुछ ऐसा ही
माहौल है जब से आमिर खां साहब ने अपने बदन को ढकने के लिए ट्रांजिस्टर पहना है | खां
साहब ने खाली बैठे लोगों को बहस के लिए राष्ट्रीय या कहें कि अन्तराष्ट्रीय महत्व
का मुद्दा दे दिया है | कुछ बुद्धिजीवी उनकी लानत मलानत में लगे हैं तो कुछ विद्वान
धरना प्रदर्शन पर उतर आयें | कुछ चिंतकों ने तो पुतले तक फूंक डाले | और जिन्हें
वाकई में देश की फिक्र है उन्होंने दो चार केस भी ठोंक डाले |
जबसे खां साहब की आने वाली फिल्म पी के का पोस्टर रिलीज हुआ
है तबसे हाय तौबा मची है | पोस्टर में खास बात ये है कि इसमें वो रेल पटरी पर बिना
कपड़ों के खड़े हैं | हालांकि इसके बावजूद वो निर्वस्त्र नहीं हैं | उन्होंने अपने
बदन को एक ऐसी चीज से ढक रखा है जो शायद अब आसानी से कहीं मिलती भी नहीं | जी हाँ
उन्होंने पहना है किसी ज़माने में इस्तेमाल होने वाला ट्रांजिस्टर | नामालूम ये
उन्हें कहाँ से मिल गया | खैर पोस्टर का विरोध तो खूब हुआ और हो रहा है लेकिन हमें
कुछ और पहलुओं पर गौर करने की जरूरत है |
तो जनाब सबसे पहले गौर कीजिये लोकेशन पर | वो खड़े हैं रेल
पटरियों के बीचों बीच | ऐसे खड़े होने के पीछे क्या कारण हो सकता है | हो सकता है
आमिर किसी ट्रेन में यात्रा कर रहे हों और लूटपाट का शिकार हुए हों | अब लुटेरे जब
गरीब को नहीं छोड़ते तो आमिर कैसे बचते | फिर उनके तो कपड़े भी डिजायनर होते हैं
लुटेरे बाकी सामान के साथ उनके कपड़े भी लूट ले गये होंगे | पूरी सम्भावना है कि
लुटेरों ने लूटने के बाद आमिर को ट्रेन से धक्का दे दिया हो | अब ऐसे लुटे पिटे
हाल में आमिर कहाँ से लाये कपड़े | पोस्टर में उनके चेहरे पर पहले नहीं ध्यान दिया
तो अब दीजिये | लुटा पिटा, उदास, हताश, मदद तलाशता सा चेहरा | अब आप ही सोचिये ऐसे
में कोई आपकी फोटो लेने पे उतर ही आये तो क्या कीजियेगा | अब सूनसान जगह पर रेल
पटरियों के बीच आमिर तो अकेले खड़े हैं लेकिन जैसा कहा जाता है की कैमरा हर जगह
पहुँच जाता है जरुर यहाँ भी कोई फोटोग्राफ़र मीडिया वाला पहुँच गया होगा | आमिर को
सामने इस हालत में बिना कपड़ों के देखकर उसने जरुर सोचा होगा कि ये फोटो उसे
फोटोग्राफर ऑफ़ द इयर का अवार्ड दिला ही देगी | बस उसने झट से अपना कैमरा आमिर पे
तान दिया होगा | आमिर ठहरे मि कूल इधर उधर नज़र दौड़ाई होगी | अक्सर पटरियों के
किनारे कुछ एंटीक चीजें मिल जाया करती हैं | वहां आमिर की नज़र पड़ी होगी इस
ट्रांजिस्टर पर | उन्होंने लपक के उठा लिया होगा इस इज्जत बचाऊ ट्रांजिस्टर को |
कोई आम आदमी तो सोच भी नहीं सकता कि ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल इज्जत बचाने में भी
किया जा सकता है | लेकिन आमिर इस ट्रांजिस्टर को पूरा पहन भी नहीं पाए थे कि फोटो
क्लिक हो गई | इस पूरे मामले में आमिर का विरोध करने वाले भूल रहे हैं कि आमिर की
वजह से ही हम ट्रांजिस्टर का एक और बेहतरीन उपयोग जान पाए हैं | युवा पीढ़ी ने तो
शायद इसे कभी देखा भी नहीं होगा | हमें आमिर का शुक्रगुजार होना चाहिए |
चलिए अब बात करते हैं एक और पहलू की | आजकल
मंहगाई कितनी बढ़ गई है इससे कोई अनजान नहीं है | अच्छे दिनों के साथ साथ मंहगाई तो
ऐसे चली आयी है गोया अच्छे दिनों का मतलब ही मंहगाई हो | इस मंहगाई से हर कोई
परेशान है क्या आम क्या खास | हो सकता है आमिर ने अपने कपड़े उतार कर इस मंहगाई के
खिलाफ़ अपना विरोध प्रदर्शित किया हो | वैसे भी इस प्रकार के प्रदर्शन विदेशों में
बहुत प्रचलित हैं | आमिर अपनी प्रयोगधर्मिता के लिए जाने ही जाते हैं | यह उनका
नया प्रयोग हो सकता है | लेकिन इसका एक खतरा है | अगर ये सफल रहा जैसा कि लगता भी
है तो कहीं ऐसा प्रदर्शन करने वाली वालों की बाढ़ न आ जाये
|
|
आखिर में महत्वपूर्ण बात | आजकल माल तैयार करना तो आसान है
लेकिन बेचना बड़ा मुश्किल काम | बेचने के लिए बड़े जतन करने पड़ते हैं | फिल्मों का
तो और भी बुरा हाल है | हर महीने दस बारह फ़िल्में तो रिलीज हो ही जाती हैं अपने
यहाँ | इन्हें बेचने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा | खां साहब तो अपनी फिल्में बेचने
के लिए नए नए तरीके अपनाते रहे हैं | उन्हें मार्केटिंग गुरु भी कहा जाता है | इस
बार नया करने की फ़िराक में मियां कुछ
ज्यादा ही कर बैठे | पूरे कपड़े उतार ट्रांजिस्टर पहन लिए | जो काम इस पोस्टर ने कर
दिया वो आज तक बिकनी वाले पोस्टर भी नहीं कर सके | हो सकता है इतना विरोध इस बात
का भी रहा हो कि जिस काम के लिए फिल्म में हीरोइनें रखी जाती हैं वो काम हीरो ने
कर दिया | अब जब सारा काम हीरो ही कर देंगे तो हीरोइनें फिल्म में क्या करेंगी |
कुछ जानकार लोगों ने कहा कि आमिर सत्यमेव जयते जैसा
कार्यक्रम करते हैं इसलिए उन्हें ऐसे पोस्टर नहीं जारी करने चाहिए | मतलब क्या बंदा
फिल्मों में काम करना बंद कर दे | फिल्म की मांग पर कुछ काम करने पड़ते हैं | वैसे
भी विरोध वो लोग करते हैं जिनके पास कोई काम धंधा नहीं होता | कुछ भी हो पोस्टर ने
वो काम कर दिया जो तमाम ट्रेलर भी नहीं कर पाते | लेकिन उनके प्रशंसक जरुर डर रहे
होंगे कि आमिर इससे भी ज्यादा नया तो नहीं करने वाले | वरना अभी तो पुराना वाला भी
ठीक से पचा नहीं | कुछ भी हो आमिर ही वो शख्स हैं जो
ट्रांजिस्टर को वापस लाये हैं | उसके नये उपयोग से हमें परिचित कराया | हो सकता है
कुछ दिनों में ये हमें घरों में भी दिख जाये क्यूंकि आजकल पुरानी चीजें फिर से
वापस आ रहीं हैं चाहे वो कपड़ों का फैशन हो या फिर जूतों का | विरोध करने वालों को
आमिर खान का शुक्रगुजार होना चाहिए आखिर उनकी ही वजह से अपना पुराना ट्रांजिस्टर
फिर से लौट आया |
Khayali
Pulao By : Nitendra Verma
Date: August 18, 2014 Monday
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